Rahul Gandhi Protest: कई पुलिस अधिकारियों के साथ राहुल गांधी की बहस की तस्वीर सामने आई है। असम के नगांव जिले से कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर राहुल गांधी और सीएम हेमंत विश्व शर्मा के बीच आमने-सामने की लड़ाई अब सड़कों पर आ गई है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि उन्हें असम के नगांव में शंकर देव मंदिर जाने से रोका गया है। राहुल गांधी ने कहा कि पहले उन्हें मंदिर में जाने की इजाजत थी लेकिन आज उन्हें जाने से मना किया जा रहा है। हमें वहां बुलाया गया है और अब हमसे कहा जा रहा है कि आप नहीं जा सकते। शायद आज मंदिर में सिर्फ एक ही व्यक्ति जा सकता है।
आखिर क्यों राहुल गांधी अन्य नेता और समर्थकों के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए
आपकी जानकारी के लिए बता दे राहुल गांधी का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था जो अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वहा पहुंचे हैं। मंदिर में जाने से रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने अन्य नेता और समर्थकों के साथ वही सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इस समय असम से गुजर रही है और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी असम के वैष्णो विद्वान श्रीमंत शंकर देव के जन्मस्थान पर वह पूजा अर्चना करने के लिए जाने वाले थे। लेकिन जैसे ही राहुल गांधी वहां पहुंचे उन्हें मंदिर जाने से रोक दिया गया।
असम में मंदिर जाने से रोके जाने पर राहुल गांधी जी सड़क पर बैठकर रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम गा रहे हैं।#BharatJodoNyayYatra pic.twitter.com/yUCI7oHgyG
— Adv. Ajay Sharma Gaur (@AjaySharmaGaur3) January 22, 2024
राहुल गांधी को मंदिर में दर्शन करने का समय कितने बजे का दिया गया था?
आपको बताते चले कि मंदिर की प्रबंध समिति के अनुसार राहुल गांधी को दोपहर 3:00 बजे के बाद वहा पर आने की जानकारी रविवार को ही दे दी गई थी। मंदिर के समिति के अनुसार राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर बहुत सारे भक्त थान में आएंगे। इसके अलावा और कई सारे प्रोग्राम भी मंदिर के बाहर और भीतर होने वाले हैं जहां पर हजारों लोग जमा होंगे। इस वजह से यह तय किया गया कि राहुल गांधी को दोपहर 3:00 बजे के बाद मंदिर में दर्शन का समय दिया जाए।
मंदिर मैनेजमेंट के दावे को लेकर कांग्रेस महासचिव जय राम रमेश ने क्या कहा?
मंदिर मैनेजमेंट के दावे को लेकर कांग्रेस महा सचिव जयराम रमेश ने कहा है कि राहुल गांधी बदरवा थान चाहते थे। हम लोग 11 जनवरी से ही वहां जाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और हमारे दो विधायकों ने मंदिर के मैनेजमेंट कमेटी से मुलाकात भी की है। हमें सबसे पहले 22 जनवरी को सुबह 7:00 बजे आने को कहा गया था लेकिन इसके बाद अब हमें दोपहर 3:00 बजे आने के लिए कहा जा रहा है। आपको बता दें कि नगाव में स्थित बदरवा थान में जो धर्मस्थल है जिसे असम के संत श्री शंकर देव का जन्म स्थान भी माना जाता है। बदरवा थान मंदिर के शंकर देव मंदिर के तौर पर ही भी पहचाना जाता है।
असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने क्या कहा
दरअसल राहुल गांधी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन शंकर देव मंदिर में पूजा अर्चना करना चाहते थे। हालांकि असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने एक दिन पहले ही यह कहा था कि राहुल गांधी को बदरवा थान में शंकरदेव की जन्मस्थली पर जाने से उनको बचना चाहिए। भगवान राम और सूबे के एक आदर्श के रूप में स्थापित मध्यकाल के वैष्णो संत के बीच कोई स्पर्धा नहीं हो सकती है।
कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण किया अस्वीकार
आप को बता दे कि कांग्रेस पार्टी की ओर से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया गया था। पार्टी ने इसे बीजेपी आरएसएस का कार्यक्रम बताया था और इसे नकार दिया था।