Tata Technologies IPO: टाटा मोटर्स ने शनिवार यानि 25 नवंबर को इस बात की पुष्टि की है कि उसकी सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) ने अपनी आईपीओ के लिए ऑफर मूल्य 500 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया है। Tata Motors ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया था की इस ऑफर मूल्य को बुक रनिंग लीड मैनेजरों के परामर्श से अंतिम रूप दिया गया है।
दो दशकों में पहला IPO
टाटा समूह की कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज ने लगभग दो दशकों में अपनी पहली प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) वर्ष 2004 में की थी। रिपोर्ट के अनुसार 3,042.5 करोड़ रुपये मूल्य के इस आईपीओ के प्रस्ताव के लिए कुल 3,12,64,91,040 बोलियां प्राप्त हुईं। आंकड़ों के मुताबिक 4,50,29,207 शेयरों पर 475-500 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया था।
शेयर अलॉटमेंट डेट और लिस्टिंग डेट
टाटा टेक्नोलॉजीज कंपनी के पास T+3 और T+6 लिस्टिंग शेड्यूल के बीच चुनने का ऑप्शन है। रिपोर्ट के अनुसार अगर टाटा टेक्नोलॉजीज टी+3 लिस्टिंग शेड्यूल को चुनने का फैसला करता है, तो शेयरों को 30 नवंबर 2023 को बीएसई और एनएसई दोनों पर लिस्ट किया जा सकता है और शेयर का अलॉटमेंट 28 नवंबर को होने की उम्मीद है। हालांकि, अगर कंपनी टी+6 लिस्टिंग शेड्यूल का विकल्प चुनती है तो शेयर का अलॉटमेंट 30 नवंबर को सकता है और लिस्टिंग 5 दिसंबर, 2023 की जा सकती है।
Tata Technologies IPO हुआ ओवरसब्सक्रिप्शन
इश्यू के आखिरी दिन शुक्रवार को Tata Technologies के आईपीओ को उसकी पेशकश का 69.43 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। यह आईपीओ केवल तीस मिनट के भीतर तेजी से ओवरसब्सक्रिप्शन हो गया।
टाटा टेक्नोलॉजीज ने रचा इतिहास
टाटा टेक्नोलॉजीज की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) ने भारी संख्या में आवेदन प्राप्त करके इतिहास रच दिया है। एलआईसी के 73.38 लाख आईपीओ आवेदनों के पिछले रिकॉर्ड को पीछे पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट ने अनुसार टाटा टेक्नोलॉजीज को शाम 4:30 बजे तक 73.25 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं।
Tata Technologies क्या है?
टाटा टेक्नोलॉजी एक इंजीनियरिंग अनुसंधान और विकास की कंपनी है। इस कंपनी का मुख्य फोकस विनिर्माण है, जो ऑटोमोटिव उद्योग को टारगेट करता है। हालांकि Tata Technologies भी Tata Motors की एक सहायक कंपनी है जिनके मालिक रत्न टाटा सर है। आपको बता दें की 30 सितंबर तक टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के पास टाटा मोटर्स में 0.33% हिस्सेदारी रहने वाली है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी 3,042 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस राशि का इस्तेमाल कंपनी के विस्तार और विकास के लिए जाएगा।