Maldives Ministers Suspended: मालदीव के सरकार ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बहुत ही आपत्ति जनक टिप्पणी करने वाले तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया है। बता दे कि ये तीनों ही युवा मंत्रालय के डिप्टी मंत्री थे। इस एक्शन के कुछ ही देर पहले मालदीव सरकार ने एक बयान भी जारी किया और उसपे सफाई दी थी। बता दें कि मालसा शरीफ उपमंत्री युवा मंत्रालय, मरियम शौना उपमंत्री युवा मंत्रालय, अब्दुल्ला महजूब माजिद उपमंत्री यह सभी युवा मंत्रालय से है।
तीन मंत्रियों को क्यों किया गया सस्पेंड
मालदीव की मजू सरकार के तीन मंत्री जिन्होंने भारत के प्रधान मंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे को लेकर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट पर बहुत ही ज्यादा जबरदस्त बवाल मचा था तीनों ही मंत्रियों की आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर भारतीय उच्चायोग की तरफ से बहुत ही कड़ी प्रतिक्रिया जताई गई थी इसके तुरंत ही बाद मालदीव सरकार के प्रवक्ता इब्राहिम खलील ने तीनों ही मंत्रियों को सस्पेंड किए जाने की आधिकारिक जानकारी दी
What appalling language by Maldives Government official @shiuna_m towards the leader of a key ally, that is instrumental for Maldives’ security and prosperity. @MMuizzu gov must distance itself from these comments and give clear assurance to India they do not reflect gov policy.
— Mohamed Nasheed (@MohamedNasheed) January 7, 2024
मोहमद सोलेह ने पोस्ट पर एतराज
मालदीव सरकार ने यह भी सफाई दी कि इन मंत्रियों की टिप्पणी निजी विचार हैं और इसका सरकार से कोई भी लेना देना नहीं है। मालदीव के इन तीनो मंत्रियों की पोस्ट को लेकर उनके भी देश में विरोध के सुर उठ रहे थे। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलेह ने भी तीनों मंत्रियों के पोस्ट पर अपना एतराज जताया है।
सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार ने क्या क्या लिखा
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति सोलेह ने लिखा मैं सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार के तीनों ही मंत्रियो की तरफ से इस्तेमाल की गई नफरत भरी भाषा की निंदा करता हूं। भारत हमेशा से मालदीव का काफी अच्छा मित्र रहा है।
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इस पूरे ही विवाद को मौजूदा मालदीव मोजू सरकार के चीन को लेकर झुकाव से जोड़कर देखा जा रहा है पदभार संभालने के बाद से ही राष्ट्रपति मोहम्मद मोजू ने भारतीय सैनिकों की वापसी की बात भी कही थी। आप को बता दें कि राष्ट्रपति मोजू ने अपने पहले विदेशी दौरे की शुरुआत भी चीन से ही कड़ी थी। इस बीच भारत के प्रधान मंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे को लेकर मालदीव के तीनों ही मंत्रियों के पोस्ट के वजह से दोनों ही देशों की दोस्ती पटरी से उतरती दिखाई देने लगी है। जाहिर सी बात है ये मालदीव के लिए बहुत ही बड़ा झटका साबित हो सकता है क्योंकि वहां की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है। आप को पता है की हर साल बड़ी ही संख्या में भारतीय वहां जाते रहे हैं नतीजा मालदीव की मौजू सरकार को आनंद फानंद में तीनों ही मंत्रियों पर एक्शन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।