PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ लेने वाले किसानों के लिए बड़ी खबर है। साल 2019 में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत हर चार महीने में तीन बार मौसमी खेती के लिए 2,000 रुपये देने की योजना शुरू की थी और अब तक लाखों किसान इस योजना के तहत पंजीकरण करा चुके हैं और लाभ उठा रहे हैं। हालाँकि, अब खबर सामने आ रही है कि इन किसानों में से कई किसान ऐसे हैं जो इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं, फिर भी उन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है, जिसके कारण अब हर किसान के लिए ई केवाईसी करना अनिवार्य हो गया है। क्या है पूरा मामला चलिए आपको विस्तार से बताते हैं।
327 किसान निकले गलत
दरअसल, प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसान को साल में 6,000 रुपये मिलते हैं। इस योजना के शुरू होते ही पंचायत स्तर पर बिना जांच किये ही किसानों से आवेदन ले लिया गया था और योजना को चालू कर दिया गया। लेकिन धीरे-धीरे जांच शुरू हुई तो पता चला कि इस योजना के तहत झारखंड के साहिबगंज के 70 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन हो गया है। लेकिन 66,000 किसान ही योग्य पाए गए जिनके खातों में राशि जार ही है।
पीएम किसान की 16वीं किस्त का लाभ है पाना तो जमीनी दस्तावेजों को अपलोड, आधार को सक्रिय बैंक खाते से लिंक और ई-केवाईसी अवश्य करवानाI अधिक जानकारी के लिए https://t.co/vDwIoF0D33 पर विजिट करें #PMKisan #PMKisanSammanNidhi #PMKisan16thInstalment pic.twitter.com/wA4jnRUoSm
— PM Kisan Yojana (@pmkisanyojana) February 7, 2024
29 हजार किसानों को ही मिली राशि
जब केंद्र सरकार ने अधिक जांच की और खाते के साथ भूमि का अपडेट मांगा, तो गलत किसान भी सामने आए, जिसमें 327 किसान ऐसे पाए गए जो आयकर दाता थे, जिसके बाद उनकी राशि रोक दी गई। अगर लेटेस्ट अपडेट की बात करें तो यह पिछले साल अगस्त से नवंबर महीने में केंद्र सरकार ने 15वीं किस्त जारी की, जिसमें साहिबगंज के करीब 29 हजार किसानों को ही राशि मिली, बाकी को न तो अंचल स्तर से मंजूरी मिल सकी और न ही भेजे गये केंद्र से मंजूरी मिल सकी।
PM Kisan Yojana का लाभ पाने के लिए इन बातों का रखे ध्यान
अब बात करते हैं सभी किसानों की, अगर आप सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो आप किसान सम्मान निधि योजना के लाभ से वंचित हो सकते हैं, वहीं अगर पीएम किसान से जुड़े किसान ई-केवाईसी नहीं कराते हैं तो वे अगली किस्त से वंचित हो सकते हैं। नियमों के तहत किस्त पाने के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है। इसके अलावा अगर आप उन किसानों में से हैं जिनका भूलेख अभी तक सत्यापित नहीं हुआ है, तो फॉर्म न भरने पर आप पीएम किसान योजना की आने वाली किस्तों से भी वंचित हो सकते हैं। अगर आपने फॉर्म भरते व्यक्त कोई गलती की है तो आप किस्त से वंचित हो सकते हैं। अगर आपका बैंक अकाउंट नंबर गलत है तो आपकी किस्त अटक सकती है। इसके अलावा अगर आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक नहीं है तो भी आपकी किस्त अटक जाएगी। अगर आपने इनमें से कोई भी गलती की है, तो आप किस्त के लाभ से वंचित हो सकते हैं।
सरकार ने एएनओ अधिकारी का चयन
अधिक से अधिक किसानों को पीएम किसान का लाभ मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने कृषि विभाग की मदद से हर गांव में एक एएनओ यानी ग्राम नोडल अधिकारी का भी चयन किया है ताकि उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके और सिंगल विंडो सिस्टम को बहाल कर किसानों की मदद की जा सके। केंद्र सरकार भी यह समझ रही है कि किसान सीधे-साधे हैं और उन्हें प्रखंड प्रज्ञा केंद्र व बैंक जाने में परेशानी होगी, इसलिए वीएन बहाल कर दिया गया है, लेकिन अब तक कई जगहों पर सूची भेजने के बाद भी विभाग को कोई दिशा-निर्देश एएनओ के लिए.प्राप्त नहीं हुआ है।