Income Tax Return: आयकर विभाग ने घोषणा की है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 और मूल्यांकन वर्ष 2023-24 के लिए भारत में 8 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए गए हैं। यह रिकॉर्ड-तोड़ उपलब्धि पहली बार है कि एक ही मूल्यांकन वर्ष के भीतर इतनी अधिक संख्या में रिटर्न दाखिल किए गए हैं।
आयकर विभाग को मिली बड़ी उपलब्धि
आयकर विभाग ने 8 करोड़ के आंकड़े को पार करने में उनके योगदान के लिए करदाताओं और कर पेशेवरों के प्रति आभार व्यक्त किया है और इसे आयकर विभाग (Income tax department) के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। आयकर विभाग ने यह भी कहा है कि यह उपलब्धि भारतीय नागरिकों कि बढ़ती जागरूकता और डिजिटल पहल कि वजह से हुई है।
करदाताओं की संख्या हुई 10 करोड़ से अधिक
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2022-23 में आयकर भरने वाले करदाताओं (taxpayers) की संख्या 10 करोड़ से अधिक हो गई है, जिसका खुलासा वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान किया था। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 10.09 करोड़ पैन कार्ड धारकों ने आयकर (Income tax) का भुगतान किया है। 2 दिसंबर, 2023 तक, 7.76 करोड़ से अधिक करदाताओं ने आकलन वर्ष 2023-24 के लिए अपना आयकर रिटर्न पहले ही दाखिल कर दिया था, जो 8 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया।
मूल्यांकन वर्ष 2023-24 के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख
आयकर विभाग ने इस सकारात्मक गति (positive momentum) को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया, करदाताओं से 31 दिसंबर, 2023 की समय सीमा से पहले मूल्यांकन वर्ष (assessment year) 2023-24 के लिए अपने आयकर रिटर्न दाखिल करने का आग्रह किया। साथ मे यह भी काहा है कि समय पर आयकर रिटर्न दाखिल करने से व्यक्तियों की वित्तीय भलाई में योगदान के साथ साथ देश की प्रगति भी अच्छे से होती है।
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करदाताओं की बढ़ती संख्या
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में सरकार ने हाल के वर्षों में करदाताओं की बढ़ती संख्या पर जानकारी दी। आकलन वर्ष 2018-19 में 8,45,21,487 करदाता दर्ज किए गए, जो 2019-20 में बढ़कर 8,98,27,420 हो गए, इसके बाद आकलन वर्ष 2020-21 में मामूली कमी के साथ 8,83,83,407 हो गए। हालाँकि, बाद के मूल्यांकन वर्षों में करदाताओं की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है, जो 2021-22 में 8,70,11,926 और 2022-23 में 9,37,76,869 तक पहुंच गई है। विशेष रूप से, वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान, 10.09 करोड़ करदाताओं ने सरकार को अपने करों का योगदान दिया है।