Import Duty Reduced by 5% on Mobile Components: 800 मिलियन मोबाइल ग्राहकों के साथ भारत दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजारों में से एक है। केंद्र सरकार पिछले कई सालों से मेक इन इंडिया के तहत भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है और इसका असर भी दिख रहा है। इस बीच बजट से ठीक एक दिन पहले सरकार ने इसे लेकर बड़ा ऐलान किया है, मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर ड्यूटी में बड़ी कटौती की गई है। इस कदम से भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग सस्ती हो जाएगी, तो आइए जानते हैं सरकार का ताजा फैसला क्या है।
मोबाइल कंपोनेंट पर आयात शुल्क 5% हुआ कम
वित्त मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक, सरकार ने आयातित मोबाइल कंपोनेंट पर आयात शुल्क 5% कम कर दिया है, इससे देश में मोबाइल कंपोनेंट आयात करने की लागत कम हो जाएगी और इससे कंपनी और ग्राहकों को फायदा होगा। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, मोबाइल कंपोनेंट्स पर आयात शुल्क अब घटाकर 10% कर दिया गया है, जो अब तक 15% था।
Government of India slashes import duty on key components used in the production of mobile phones. The import duty has been reduced from 15 per cent to 10 per cent. pic.twitter.com/22CIz9Qoch
— ANI (@ANI) January 31, 2024
इस कदम से Apple और Xiaomi जैसी कंपनियों को काफी फायदा होगा, जो भारत में बड़े पैमाने पर मोबाइल बनाती हैं, साथ ही इन कंपोनेंट्स को बनाने में इस्तेमाल होने वाले इनपुट के आयात पर आयात शुल्क शून्य कर दिया गया है। इस कदम से मोबाइल कंपोनेंट इंडस्ट्री के लिए भारत में पैर जमाने का रास्ता साफ हो गया है।
इन मोबाइल कंपोनेंट्स पर आयात शुल्क हुआ कम
अधिसूचना के अनुसार, जिन मोबाइल कंपोनेंट्स पर आयात शुल्क कम किया गया है उनमें बैटरी कवर, मुख्य कैमरा लेंस, फ्रंट कवर, मध्य कवर, बैक कवर, जीएसएम एंटीना, पीयू केस, सिम सॉकेट स्क्रू, प्लास्टिक और धातु यांत्रिक आइटम जैसे घटक शामिल हैं। इनका उपयोग मोबाइल असेंबल करने में किया जाता है। आपको बता दें कि फिलहाल देश में बनने वाले ज्यादातर मोबाइल पार्ट्स बाहर से आयात किए जाते हैं। उम्मीद है कि इंपोर्ट ड्यूटी घटने से मोबाइल की कीमतें भी कम हो जाएंगी।
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भारत की मोबाइल आयात पर निर्भरता हुई कम
इंडिया सेल्यूलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के एक बयान में कहा गया है कि इस कदम से मोबाइल फोन विनिर्माण में अधिक प्रतिस्पर्धा आएगी। भारत उन देशों में से है जहां स्मार्टफोन इनपुट टैरिफ बहुत ज्यादा है। आपको बता दें कि पिछले 10 सालों में भारत की मोबाइल आयात पर निर्भरता काफी कम हो गई है। वर्ष 2014-15 में देश में 78% मोबाइल फोन आयात किए जाते थे, जो वर्ष 2022 में घटकर केवल 4% रह गया। अब भारत में बिकने वाले 99.2% मोबाइल फोन देश में ही बनते हैं और अब भारत भी मोबाइल फोन का निर्यातक बन गया है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात 100% बढ़कर 11.1 बिलियन डॉलर हो गया और इस वित्तीय वर्ष में 15 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। यह देश में बनने वाले कुल मोबाइल का 30% है, इसलिए संभव है कि भविष्य में मोबाइल सस्ते हो जाएं।